विषय - सूची
- SEO Friendly Blog Post क्या होता है?
- SEO Friendly Blog Post कैसे लिखते है?
- 1. Keyword Research क्या है और कैसे करें?
- 2. Heading और Sub-Heading (H2,H3) का ईस्तेमाल करे
- 3. Table of Contents का ईस्तेमाल करे
- 4. Paragraph में keyword का ईस्तेमाल करे
- 5. Internal Linking का ईस्तेमाल करें
- 6. Meta Description को लिखे
- 7. Image मे Alt Tag का इस्तेमाल करें
- 8. FAQ Schema add को जरूर add करे
- 9. Optimize Post URL को जरूर बनाये
- 10. Outbound link का ईस्तेमाल करें
- SEO Friendly Blog Post FAQ
SEO Friendly Blog Post: इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि SEO Friendly Blog Post कैसे लिखते हैं, जो गूगल में जल्दी से रैंक करे और ऑर्गेनिक ट्रैफिक लाए। हम यहां यह भी बताएंगे कि SEO optimized blog post हर ब्लॉगर के लिए क्यों जरूरी है। अगर आपको SEO Friendly के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें।
अक्सर नए ब्लॉगर अपना ब्लॉग बनाते ही पोस्ट लिखना शुरू कर देते हैं, लेकिन बाद में उन्हें ऑर्गेनिक ट्रैफिक नहीं मिलता। इसका मुख्य कारण यह है कि वे SEO Friendly Blog Post नहीं लिखते। इसलिए, ब्लॉग बनाने के बाद यह सीखना जरूरी है कि optimized blog post कैसे लिखें। अगर आप SEO optimized post लिखेंगे, तो आपकी पोस्ट Google में रैंक करेगी और आपको Google से ट्रैफिक मिलेगा। इससे आपकी income भी बढ़ेगी। कुल मिलाकर, इसके कई फायदे हैं। तो चलिए जानते हैं कि SEO Friendly Blog Post कैसे लिखें।
SEO Friendly Blog Post क्या होता है?
जब हम यूजर एक्सपीरियंस और गूगल के रैंकिंग नियमों को ध्यान में रखकर आर्टिकल लिखते हैं और इससे हमारा ब्लॉग पोस्ट गूगल पर टॉप पोजिशन पर रैंक करता है, तो इसे SEO Friendly Blog Post कहते हैं।
SEO Friendly Blog Post कैसे लिखते है?
SEO का मतलब होता है सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन। जब आप SEO फ्रेंडली आर्टिकल लिखते हैं, तो आप गूगल को ये बताते हैं कि आपका आर्टिकल किस टॉपिक पर है। इससे आप अपने कंटेंट को सर्च इंजन के लिए ऑप्टिमाइज़ करते हैं, जिससे आपको कई फायदे मिलते हैं। जैसे-जैसे साइट पर ऑर्गेनिक ट्रैफिक बढ़ता है, आपका आर्टिकल गूगल के पहले पेज पर दिखाई देने लगता है और आपकी कमाई भी बढ़ती है।
SEO Friendly Blog Post कैसे लिखें, अगर आप भी गूगल पर आर्टिकल लिखकर पब्लिश करना चाहते हैं और पैसे कमाना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। इसमें हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपने आर्टिकल को स्टेप बाय स्टेप लिख सकते हैं। आगे पढ़ें :-
1. Keyword Research क्या है और कैसे करें?
आप सोच रहे होंगे कि ये Keyword Research आखिर है क्या चीज़ है? आसान भाषा में कहें तो कीवर्ड वो शब्द है जिसे हम गूगल में टाइप करके कुछ ढूंढते हैं। जैसे अगर आप गूगल में टाइप करते हैं – “ऑनलाइन पैसे कैसे कमाएँ”, तो ये आपका कीवर्ड है।
अब सवाल आता है कि इस कीवर्ड रिसर्च को कैसे करते हैं? इसके लिए आप गूगल की मदद ले सकते हैं। जब आप गूगल में कुछ सर्च करते हैं, तो नीचे कुछ रिलेटेड कीवर्ड्स दिखते हैं जिन्हें गूगल सजेस्ट करता है। वहां से आप अपने टॉपिक के लिए कीवर्ड चुन सकते हैं। इसके अलावा आप गूगल कीवर्ड प्लानर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जो पूरी तरह से फ्री है। यहां से आप कीवर्ड की कंपटीशन और ट्रैफिक का आकलन भी कर सकते हैं।
कीवर्ड रिसर्च के दौरान आपको लंबे-पूंछ वाले कीवर्ड (long-tail keywords) पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि ये गूगल में जल्दी रैंक करते हैं। लॉन्ग-टेल कीवर्ड्स की मदद से आप शॉर्ट-टेल कीवर्ड्स को बाद में भी रैंक कर सकते हैं। Ubersuggest भी कीवर्ड रिसर्च के लिए एक शानदार टूल है। इसकी मदद से आप CPC, ट्रैफ़िक और SEO डिफिकल्टी आसानी से चेक कर सकते हैं। लेकिन इस टूल की एक कमी है कि यह आपको एक दिन में केवल तीन या चार कीवर्ड रिसर्च करने की परमिशन देता है।
तो बस, थोड़ी मेहनत करो, सही टूल्स का इस्तेमाल करो और अपने ब्लॉग या वेबसाइट के लिए बेस्ट कीवर्ड्स खोज निकालो!
Keyword Title सही से कैसे लिखें?
जिस कीवर्ड को आप टारगेट कर रहे हैं, उसे अपने आर्टिकल के टाइटल में ज़रूर शामिल करें। इससे गूगल को समझने में आसानी होती है कि आपकी पोस्ट किस खास टॉपिक पर है। जब आप अपने टाइटल में फोकस कीवर्ड डालते हैं, तो इससे आपके आर्टिकल को गूगल में तेजी से रैंक करने में मदद मिलती है।
आपका प्राइमरी कीवर्ड, जो आपका मुख्य फोकस है, उसे टाइटल की शुरुआत या अंत में ज़रूर डालें। उदाहरण के लिए, “SEO Friendly Blog Post कैसे लिखें” या “Blog Post को SEO Friendly तरीके से लिखें”। टाइटल ऐसा हो कि यूजर क्लिक करने के लिए मजबूर हो जाए, जैसे “10 आसान तरीके SEO Friendly Blog Post लिखने के” या “SEO टिप्स: ब्लॉग पोस्ट को रैंक करवाने का फॉर्मूला”। टाइटल ज्यादा लंबा ना हो, 50-60 अक्षरों के बीच हो, ताकि सर्च इंजन में पूरा दिखे और यूजर आसानी से समझ सके।
2. Heading और Sub-Heading (H2,H3) का ईस्तेमाल करे
SEO के लिए Heading और Sub-Heading का इस्तेमाल बहुत जरूरी है। इससे रीडर को फटाफट पता चल जाता है कि पोस्ट में क्या-क्या जानकारी मिलेगी। H2 और H3 हेडिंग टैग में अपने Focus Keyword से जुड़े कीवर्ड डालें। जैसे अगर आपका Focus Keyword “SEO Friendly Blog Post kaise likhe” है, तो आप हेडिंग में “SEO optimized Article कैसे लिखें” जैसे कीवर्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
3. Table of Contents का ईस्तेमाल करे
चाहे आप ब्लॉगर यूजर हों या वर्डप्रेस यूजर, टेबल ऑफ कंटेंट का इस्तेमाल जरूर करें। इससे Google और रीडर दोनों के लिए आपकी पोस्ट को समझना आसान हो जाता है। अगर आपकी पोस्ट लंबी है और किसी यूजर को सिर्फ एक खास टॉपिक पढ़ना है, तो वह Table Of Content की मदद से सीधे उस जानकारी तक पहुंच सकता है।
4. Paragraph में keyword का ईस्तेमाल करे
जब आप आर्टिकल लिखना शुरू करते हैं, तो अपने कंटेंट में 10% फोकस कीवर्ड जरूर शामिल करें। यह SEO Friendly Blog Post के लिए बहुत जरूरी है। लेकिन ध्यान रहे कि कीवर्ड का इस्तेमाल ऐसा हो कि Sentence का अर्थ ना बदले और रियल लगे।
पहले पैराग्राफ में कीवर्ड जोड़ने का फायदा यह है कि आपका फोकस कीवर्ड गूगल के सर्च रिजल्ट में आ जाता है, जिससे रैंकिंग में मदद मिलती है। यह प्रोसेस अपने आप मेटा डिटेल्स को भी हैंडल कर लेता है। आप चाहें तो एक प्लगइन के जरिए मेटा डिस्क्रिप्शन भी जेनरेट कर सकते हैं।
Keywords को Bold करे
जब भी आप कोई SEO फ्रेंडली आर्टिकल लिखते हैं, तो उसमें खुद से कई रिलेटेड कीवर्ड होते हैं। इन कीवर्ड को बोल्ड कर देना चाहिए ताकि रीडर और गूगल दोनों का ध्यान आकर्षित हो। इससे दोनों को समझने में आसानी होती है कि पोस्ट में क्या जानकारी दी जा रही है।
5. Internal Linking का ईस्तेमाल करें
जब आप किसी टॉपिक पर आर्टिकल लिख रहे होते हैं, तो उससे जुड़े दूसरे आर्टिकल्स के लिंक अपनी पोस्ट में जरूर डालें। मसलन, अगर आप ब्लॉगिंग पर लिख रहे हैं, तो ब्लॉगिंग से संबंधित दूसरे पोस्ट्स को इंटरलिंक करें। इससे आपकी साइट का बाउंस रेट कम होगा और ट्रैफिक भी बढ़ेगा। इंटरनल लिंकिंग का एक और फायदा है कि अगर आप किसी रैंकिंग वाले आर्टिकल का लिंक दूसरे पोस्ट में डालते हैं, तो वह पोस्ट भी धीरे-धीरे गूगल में रैंक करने लगता है।
आसान भाषा में समझें तो, अपने कंटेंट में उन कीवर्ड्स और फ्रेज़ को पहचानें जो दूसरे रिलेटेड पेजेस से लिंक हो सकते हैं। जैसे, अगर आप “SEO Tips” पर आर्टिकल लिख रहे हैं, तो आप “Keyword Research” शब्द को लिंक कर सकते हैं, जो आपके दूसरे पेज पर ले जाएगा जहां कीवर्ड रिसर्च के बारे में डिटेल में बताया गया हो।
ऐंकर टेक्स्ट वो विजिबल टेक्स्ट है जो क्लिक करने पर दूसरे पेज पर ले जाता है। इसलिए, ऐसे क्लियर और डिस्क्रिप्टिव ऐंकर टेक्स्ट का उपयोग करें जो लिंक के डेस्टिनेशन को सही तरीके से बयां करें। जैसे “कीवर्ड रिसर्च Technology के बारे में और जानें”, तो यहाँ आपको “keyword Research Technology” को लिंक करना है।
6. Meta Description को लिखे
जब आप कोई आर्टिकल लिखते हैं, तो उसकी शुरुआत में ही फोकस कीवर्ड डालना मत भूलिए। पर याद रखिए, ब्लॉगर पर आर्टिकल लिखते समय सर्च बॉक्स सेक्शन में 160 शब्दों का मेटा डिस्क्रिप्शन जोड़ना बहुत ज़रूरी है, जिसमें फोकस कीवर्ड भी शामिल हो। इसी तरह, वर्डप्रेस में भी सर्च डिस्क्रिप्शन का ऑप्शन होता है, जिसे आप मेटा डिस्क्रिप्शन की तरह ही समझ सकते हैं। इसमें भी फोकस कीवर्ड के साथ 160 शब्दों का अच्छा-सा जानकारी जरूर डालें। इससे आपके आर्टिकल की रैंकिंग काफी सुधर जाती है।
7. Image मे Alt Tag का इस्तेमाल करें
अगर आप अपने ब्लॉग पोस्ट में कई इमेजेज़ यूज़ कर रहे हैं, तो उनमें Alt टैग का इस्तेमाल करना मत भूलिए। इससे गूगल के लिए ये समझना आसान हो जाता है कि आपकी इमेजेज़ किस बारे में हैं। जब गूगल को ये समझ में आ जाता है, तो आपकी इमेजेज़ गूगल में इंडेक्स हो जाती हैं और आपको इमेजेज़ के जरिए भी ट्रैफिक मिलना शुरू हो जाता है।
8. FAQ Schema add को जरूर add करे
FAQ Schema जोड़ना एक बेहतरीन तरीका है जिससे आपके ब्लॉग पोस्ट को पढ़ने वाले रीडर्स को उनके सवालों के जवाब तुरंत मिल जाते हैं। जब यूज़र्स गूगल पर सवाल पूछते हैं, तो उन्हें उनके जवाब भी मिल सकते हैं, अगर आपने अपने आर्टिकल में FAQ Schema ऐड किया हो। इससे आपके आर्टिकल के गूगल में रैंक होने की संभावना भी बढ़ जाती है, क्योंकि यूज़र्स को उनके सवालों के जवाब आसानी से मिल जाते हैं।
9. Optimize Post URL को जरूर बनाये
अब बात करते हैं पोस्ट URL को ऑप्टिमाइज़ करने की। आपको अपने ब्लॉग पोस्ट का URL टारगेट कीवर्ड के अनुसार सेट करना चाहिए। आपके URL में उस टॉपिक से संबंधित कीवर्ड ज़रूर शामिल होने चाहिए। कोशिश करें कि आपका URL ज्यादा लंबा न हो, 70 से 75 कैरेक्टर्स का permalink आदर्श माना जाता है।
10. Outbound link का ईस्तेमाल करें
आउटबाउंड लिंक वो होते हैं जो आपकी वेबसाइट से किसी दूसरी वेबसाइट पर ले जाते हैं। अगर ये लिंक हाई-क्वालिटी वेबसाइट्स पर जाते हैं, तो इससे आपकी साइट की credibility और SEO में सुधार होता है। अपने कंटेंट से सीधे रिलेटेड और authoritative साइट्स को लिंक करें। जैसे कि, अगर आप SEO के बारे में लिख रहे हैं, तो Moz, Neil Patel, और Search Engine Journal जैसी reputed साइट्स को लिंक करें। इसी तरह, Facebook, Microsoft, और Apple जैसी high quality साइट्स का लिंक भी अपनी साइट पर डाल सकते हैं। इससे आपकी वेबसाइट और आर्टिकल दोनों का लेवल बढ़ जाता है।
SEO Friendly Blog Post FAQ
SEO Friendly Blog Post वो है जिसे इस तरह से लिखा गया है कि वो गूगल और दूसरे सर्च इंजन में अच्छी रैंक करे और ज्यादा ऑर्गैनिक ट्रैफिक लाए। मतलब, ऐसा आर्टिकल जो आसानी से सर्च इंजन में दिखे।
कीवर्ड रिसर्च इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे पता चलता है कि लोग किस तरह की जानकारी ढूंढ रहे हैं। सही कीवर्ड चुनने से आपके आर्टिकल पर ज्यादा लोग आ सकते हैं।
अपने आर्टिकल के टाइटल, पहले पैराग्राफ, सब-हेडिंग्स (H2, H3) और मेटा डिस्क्रिप्शन में कीवर्ड जरूर शामिल करें।
बिजनेस के लिए 500 से 1000 शब्दों के बीच का ब्लॉग काफी अच्छा माना जाता है। हालांकि, कुछ लोग 600 शब्दों से ज्यादा की पोस्ट को भी ठीक मानते हैं क्योंकि लंबा ब्लॉग आपको ज्यादा कीवर्ड्स पर रैंक करने का मौका देता है। इससे आपके ब्लॉग पर ज्यादा ट्रैफिक और रेवन्यू आ सकता है।
जब हम यूज़र एक्सपीरियंस और गूगल के रैंकिंग स्टैंडर्ड्स को ध्यान में रखते हुए आर्टिकल लिखते हैं और वो गूगल पर टॉप पोजिशन पर रैंक करता है, तब उसे SEO फ्रेंडली आर्टिकल कहा जाता है।